17 स्टेशन बनेंगे नए रेलवे स्टेशन, मथुरा व प्रयागराज जंक्शन की टेंडर आवंटन प्रक्रिया पूरी

प्रयागराज संवाददाता सतीश चंद्र की रिपोर्ट

प्रयागराज :- प्रयागराज कानपुर ग्वालियर के साथ उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) जोन के अब कुल 17 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास होगा। यहां यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। प्रयागराज के छिवकी रेलवे स्टेशन को भी पुनर्विकास की सूची में शामिल कर लिया गया है।

नए भारत के नए रेलवे स्टेशनों की संख्या अब और बढ़ जाएगी। प्रयागराज, कानपुर, ग्वालियर के साथ उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) जोन के अब कुल 17 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास होगा। यहां यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। प्रयागराज के छिवकी रेलवे स्टेशन को भी पुनर्विकास की सूची में शामिल कर लिया गया है, ऐसे में मुंबई रूट के यात्रियाें को भी स्टेशन पर विश्वस्तरीय सुविधाएं मिल सकेंगी। जोन स्तर पर इसकी तैयारी शुरू कर दी है।

एनसीआर के जिन अन्य 14 स्टेशनों का पुनर्विकास होना है, उसमें आगरा कैंट, आगरा फोर्ट, मथुरा, अलीगढ़, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, खजुराहो, इटावा, मीरजापुर, टूंडला, छिवकी, बांदा, मुरैना, चित्रकूट व दतिया के नाम शामिल हैं। इन सभी 17 स्टेशनों के लिए रेलवे द्वारा कंसल्टेंसी एजेंसी का भी चुनाव कर लिया गया है। एजेंसी के सुझाव पर ही स्टेशनों का मास्टर प्लान बनाया जा रहा है।

बुधवार को एनसीआर मुख्यालय पर महाप्रबंधक सतीश कुमार ने सभी 17 स्टेशनों के पुनर्विकास की घोषणा की। बताया कि अभी तक प्रयागराज जंक्शन, कानपुर सेंट्रल एवं ग्वालियर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की ही योजना थी। इन तीनों ही स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए टेंडर भी निकाला जा चुका है। इसमें प्रयागराज व ग्वालियर के लिए टेंडर आवंटन भी हो चुका है। परन्तु अब 14 और स्टेशनों को पुनर्विकास के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

कंसल्टेंसी एजेंसी का चयन हो गया है। आगरा कैंट ,अलीगढ़, मथुरा, आगरा फोर्ट, झांसी और खजुराहो समेत अन्य रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की योजना बनाने का काम एरिनेम एजेंसी को दिया गया है। एजेंसी की रिपोर्ट आने के बाद ही संबंधित स्टेशनों के पुनर्विकास का बजट फाइनल होगा। हालांकि अभी जिन तीन स्टेशनों के पुनर्विकास होना है, उसमें प्रयागराज जंक्शन 790 करोड़, कानपुर सेंट्रल 712 करोड़ एवं ग्वालियर स्टेशन पर 534.79 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

2060 की अनुमानित भीड़ संभालने में होगा सक्षम

जिन 17 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास होगा उन्हें 2060 की अनुमानित भीड़ संभालने में सक्षम होने लायक बनाया जाएगा। इन पर बाद में निर्माण और किया जा सकेगा। इनकी डिजाइन इसके अनुसार ही तैयार होगी। आवश्यकता अनुरूप एफओबी निर्माण के अलावा, स्टेशन पर कांकाेर्स (हाल नुमा परिसर) रिटायरिंग रूम, प्रतीक्षालय, फूड प्लाजा, पार्सल आफिस बनेगा। हर एफओबी और प्लेटफार्म को जोड़ने के लिए एस्केलेटर, लिफ्ट लगेंगी। ग्रीन बिल्डिंग प्रमाणन, दिव्यांग फ्रेडली भवन, वर्षा जल संचयन, छत पर सोलर पैनल, मल्टीलेवल पार्किंग की व्यवस्था होगी। पांच हजार करोड़ होंगे खर्च

उत्तर मध्य रेलवे के 17 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए लगभग पांच हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। अभी सिर्फ तीन स्टेशनों प्रयागराज, कानपुर, ग्वालियर का बजट स्वीकृत हुआ है, जिसमें 2000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें सर्वाधिक खर्च प्रयागराज जंक्शन के पुनर्विकास पर होगा।

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