सावधान: जिला अस्पताल में इलाज कराना है तो रजाई-कंबल साथ लेकर आये

भीषण ठंड के बावजूद मरीजों को नहीं मिल रहा एक से अधिक कंबल

मिन्नत करो या चिरौरी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं

तीन डिग्री सेल्सियस की हाड़कपाऊ ठंड से जूझने को विवश हैं मरीज व तीमारदार

फतेहपुर से निहाल शुक्ला

फतेहपुर। प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का भले ही योगी सरकार द्वारा हो-हल्ला किया जाता है, किंतु जमीनी हकीकत काफ़ी इससे अलग है। इन दिनों पड़ रही भीषण ठंड के बावजूद जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर केवल झुनझुना थमाया जा रहा है। बेहतर स्वास्थ्य सेवा को अगर दरकिनार भी कर दिया जाए तो यहां भर्ती मरीजों को एक से अधिक कम्बल लेने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ती है। अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने बताया कि अस्पताल में मरीज को केवल एक कंबल मुहैया कराया जाता है, अगर किसी मरीज के लिए एक से अधिक कंबल की मांग की जाती है तो तैनात स्टाफ द्वारा कंबल ना होने की बात कहकर वापस कर दिया जाता है। भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने यह भी बताया कि मरीजों को सर्दी से बचाने के लिए उन लोगों को घर से रजाई व कंबल लेकर आना पड़ रहा है। बताया कि इन दिनों जिले का तापमान तीन डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है ऐसे में गरीब परिवार के मरीज एवं तीमारदार बीमारी से कम और सर्दी से ज्यादा संघर्ष करने को मजबूर है। नाम न छापने की शर्त पर एक तीमारदार ने बताया कि उसका मरीज काफी गंभीर अवस्था में है, जिसके लिए एक्स्ट्रा कंबल की मांग की तो स्टाफ द्वारा साफ मना कर दिया गया, जिसकी वजह से उसका मरीज सारी रात बीमारी से कम और सर्दी से ज्यादा व्याकुल रहा। किसी तरह रात गुजरी और सुबह घर जाकर कंबल की व्यवस्था करनी पड़ी। भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि भीषण ठंड को देखते हुए जिला अस्पताल में कम से कम प्रत्येक मरीज को दो कंबल उपलब्ध कराया जाये। कुल मिलाकर बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का दावा करने वाली प्रदेश की योगी सरकार सरकारी अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को भीषण सर्दी से बचाने में कहीं ना कहीं नाकाम साबित हो रही है….!

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