संगम की रेती पर लगा ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन (ऐप्रवा) का “शिविर”

अर्जुन सिंह की रिपोर्ट

प्रयागराज। ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन “ऐप्रवा” के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार आचार्य श्रीकान्त शास्त्री जी ने बताया कि मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन तट पर “ऐप्रवा” का शिविर लगा हुआ है। जहां पर एक माह तक देशभर के पत्रकारों का समागम होगा और पत्रकारों के हितार्थ विभिन्न मुद्दों की रणनीति बनाई जाएगी।

श्री शास्त्री जी ने कहा कि संगम पर लगने वाला यह मेला, विश्व में भारत की धार्मिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से बड़ा महत्त्व रखता है। दूर-दूर से श्रद्धालु आकर मेला क्षेत्र में रहकर एक महीने तक कल्पवास एवं पवित्र गंगा, यमुना, सरस्वती, त्रिवेणी में डुबकी लगाते हैं। ऐसे में पत्रकारों के इस प्रकार के कार्यक्रमों का लाभ अधिक से अधिक पत्रकारों तक पहुंचना चाहिए।

पत्रकारों के हितार्थ एवं उनके कल्याण व अधिकार के लिए ऐप्रवा परिवार द्वारा जन जागरूकता के लिए मेला शिविर से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को जोड़ने के लिए एवं उनके अधिकारों के बारे में उन्हें जागरूक करना, ऐप्रवा शिविर का उद्देश्य है।
संगम की रेती पर माह भर आयोजित इस शिविर में आंल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन “ऐप्रवा” परिवार की ओर से पत्रकारों के हितार्थ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए एवं उसको मूर्त रूप देने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। उल्लिखित मांगो पर बल देने के लिए शिविर लगाया गया है।
शास्त्री जी ने सरकार से मांग करते हुए बताया है कि जिस प्रकार से तीनों सेना को एक करके एक सीडीएस बनाया गया है उसी प्रकार से ताकि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं पोर्टल, यूट्यूब मीडिया का भी हित संरक्षित हो सके। (१) प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की जगह मीडिया काउंसिल बनाया जाये। (२) सरकार जल्द पत्रकारों को चौथे स्तंभ का दर्जा देकर अधिसूचित करें। (३) सरकार मीडिया कमीशन का पुनर्गठन करे। (४) मीडिया प्रोटेक्शन बिल लागू हो। (५) देश के हर प्रदेशों में निषप्क्ष रुप से प्रेस मान्यता समिति, विज्ञापन मान्यता समिति, पत्रकार बंधु समिति का गठन हो। (६) बिना भेदभाव के देश के सभी पत्रकारों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जाए (७) देश के सभी प्रदेशों में एक समान रूप से वरिष्ठ पत्रकार पेंशन योजना लागू हो। (८) पत्रकारों के मामलों में हो रहीं देरी पर एक निगरानी कमेटी गठित हो। (९) पत्रकारों को भी लोक सेवक का दर्जा दिया जाए। यदि पत्रकारों के उपरोक्त मांगों में हीला हवाली एवं देरी की जाती है तो ऐप्रवा परिवार की ओर से देशभर में एक बड़ा आंदोलन के साथ साथ जन जागरण किया जाएगा।

शास्त्री जी द्वारा बताया गया है कि निम्न सभी मांगों के सम्बन्ध में ऐप्रवा परिवार दशको से जरिए रजिस्ट्री पत्र, ईमेल, सोशल मीडिया, समाचार पत्रों इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एवं सक्षम अधिकारियों से मांग करता चला आ रहा हैं। लेकिन पत्रकारों की उपरोक्त मांग को अभी तक ठंडे बस्ते में रखा गया है जो बहुत ही खेद का विषय है, जो समाज सबको उजाला दिखाता है उसी को अंधेरा मे रखा
गया है। अब यदि उपरोक्त मांगों में अनदेखी होती है, तो ऐप्रवा परिवार द्वारा जिस प्रकार से पीसीआई के गड़बड़ झाले के खिलाफ एवं उ.प्र. प्रेस मान्यता समिति के संबंध में व पत्रकारों के अन्य समस्याओं के मामलों में न्यायालय का दरवाजा खटखटाया गया है उसी प्रकार से उपरोक्त समस्याओं के सम्बन्ध में भी न्याय पाने के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जायेगा।

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