मुसीबत में सब पावर वाले लोग, देवी-देवता को बुला लो, जब मदद न हो तब जयगुरुदेव नाम बोलकर देख लो, कोई न कोई मदद करने वाला आ जाएगा

मुसीबत आवे ही क्यों? जयगुरुदेव नामध्वनि सुबह-शाम परिवार वालों के साथ बोलने लग जाओ तो तकलीफें धीरे-धीरे दूर होती दिखाई पड़ेगी

स्वयं को, परिवार वालों को, बच्चों को रटा दो, संकट में जयगुरुदेव नाम मुंह से निकलने पर मदद हो जाएगी

सांगारेड्डी (तेलंगाना)
निजधामवासी बाबा जयगुरुदेव जी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, इस समय के युगपुरुष, त्रिकालदर्शी, दयालु, दुःखहर्ता, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 15 जनवरी 2023 प्रात: जिला सांगारेड्डी (तेलंगाना) में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित सन्देश में बताया कि जयगुरुदेव नाम हमारे गुरु महाराज का जगाया हुआ नाम है। नाम को कैसे जगाया जाता है? जैसे आप बहुत पतले तार द्वारा प्रभु से जुड़े हुए हो ऐसे ही महापुरुष जगाते समय नाम को उस प्रभु से जोड़ देते हैं। उस नाम से जब प्रभु को पुकारते हैं तो देखता है, मदद कर देता है। ऐसे ही जयगुरुदेव नाम प्रभु से जुड़ा हुआ नाम है। जयगुरुदेव नाम बोल करके अपनी जान-माल की रक्षा कर सकते हो। सबको पुकार लो, जितने भी भगवान, देवी-देवता को मानते हो, जितने भी पावर वाले लोगों को मानते हो, उनको (संकट में) बुला लो। मान लो जब रक्षा न हो पाए तब जयगुरुदेव नाम बोल के देख लेना, कोई न कोई मदद करने वाला आ जाएगा।

अरे जब सबको बचाया तो क्या आपके बच्चे को नहीं बचाएगा?

एक ने अपने लड़के का नाम नारायण रख दिया था। पाप किये थे। आखिरी वक्त पर कूट-कूट करके जीवात्मा को निकालने के लिए आए यमराज के दूत हथौड़ी मुगदड लेकर के आए। जब खूब मार पड़ी, यमदूत को देखते ही खून पानी, आंख की रोशनी खत्म, तुतली जुबान में ही नारायण-नारायण अपने लड़के को बुलाया कि मुझे बचाओ इनसे। वह नारायण सुन लिया और उसकी रक्षा हो गई। ऐसे ही जयगुरुदेव नाम बच्चों को जब रट जाएगा, जब घर से जयगुरुदेव नाम बोल कर चलेंगे, स्कूल जाएंगे तो रास्ते में कोई आंधी आफ़त या कोई बात आई तो जयगुरुदेव नाम मुंह से निकलेगा तब जिसका ये नाम है, वह प्रभु बचाएगा। अरे जब सबको बचाया तो आपके बच्चे को नहीं बचायागा? बचाएगा। नहीं तो, जाएगी लाज तुम्हारी, हमारा क्या बिगड़ेगा। उसकी लाज चली जाएगी तो कोई उसको दीनबंधु दीनानाथ गरीब परवर कहेगा? तो आप इस पर विश्वास तो करो।

मधुमक्खियां छेदने, नदी में डूबने, भूत-प्रेत बाधा में, अंत समय पर यमदूतों की जबरदस्त कुटाई से जयगुरुदेव नाम बोलने पर हुआ बचाव

जब प्रचार इसका शुरू हुआ तब लोगों ने परीक्षा लेना शुरू किया। जब मधुमक्खियां छेदने लगी, कांटा शरीर से निकल नहीं पाता, जहरीला जानलेवा हो जाता है। बिच्छू की पूंछ, शेर की मूंछ और सांप के दातों के समान इसके डंक में भी जहर होता है। चिल्लाया, लोग मदद के लिए दौड़े तो बचाने वालों को ही मधुमक्खियां लग जाती हैं फिर वह लोग भी भागे। कोई विकल्प नहीं तब जयगुरुदेव नाम बोला तो आंधी की तरह से तेज हवा आई, उनकी आंखों में धूल गई, छेदना काटना बंद करके, उसी के साथ उड़ करके चली गई। बच गया। नहाने के लिए नदी में गया, डूबने लगा, तिनके का भी सहारा नहीं, जान जाने वाली है तब चिल्लाया जयगुरुदेव बचाओ तो पानी की एक हिलोर आई और किनारे लगा दिया। विश्वास हो गया लोगों को। बहुत परीक्षा लिया। भूत प्रेत बाधा से कुछ लोग बेहोश हो जाते हैं। भूत क्या करते हैं? परेशान करते हैं, जान नहीं ले पाते हैं। भूत लगा है और लोगों ने सोचा मर गया। कान में जब प्रेमी ने जयगुरुदेव जयगुरुदेव बोला, आंख खोल दिया, कहा कोई सीने पर सवार था, वह छाया थी, हट गया।
विश्वास हो गया लोगों को। बहुत परीक्षा लिया।

मौत के समय कान में जयगुरुदेव नाम बोलने पर यमदूत हट गए

मौत के समय जब बड़ी पीड़ा हुई, प्रेमी ने कान में बोला जयगुरुदेव नाम प्रभु का नाम तो आंख खोल दिया। रोने चिल्लाने, मरने वाले आदमी नेआंख खोल दिया, कहा, यमदूत जल्लाद आए थे, मार-कूट रहे थे, वो हट गए। गुरु महाराज को जिसने पहले देखा उसने बता दिया कि बाबा जयगुरुदेव जी महाराज आ गए। जिसने नहीं देखा था बता दिया एक सफेद पोश फकीर आ गए, परमात्मा आ गए। उनको देखते ही यमराज के दूत चले गए। किसी ने कहा मैं उनके साथ जा रहा, किसी ने कहा मैं उनकी गोदी में बैठकर के साथ जा रहा हूं।

नाम ध्वनि बोलने से धीरे-धीरे तकलीफें दूर होती दिखाई पड़ेगी

जब मुसीबत आवे तब आप परीक्षा लो तो मुसीबत आवे ही क्यों? अभी जिनके यहां तकलीफें हैं, वो लोग जयगुरुदेव नाम की ध्वनि बोल करके, आप दूर कर सकते हो। कैसे? एक घंटा सुबह और शाम जयगुरुदेव नाम की ध्वनि बोलकर, बच्चे और बच्चियों सबको इकट्ठा करके बुलवाने लग जाओ तो तकलीफें धीरे-धीरे दूर होती दिखाई पड़ेगी।

परिवार वालों को तकलीफों से बचने का उपाय

आप जो लोग आए हो उन्हें साधना (सुमिरन ध्यान भजन का रास्ता) बताऊंगा। पांच नाम-जैसा बताऊंगा वैसा करना। लेकिन इसको परिवार वालों को बताना नहीं है। परिवार वाले आप से जुड़े हुए हैं, सुख-दुःख में आप उनके साथ शरीक हो, उनको तकलीफ होती है तो आपको तकलीफ होती है। उनकी तकलीफ दूर करने के लिए, आने वाले खराब समय से बचाने के लिए परिवार वालों को इकट्ठा करके जयगुरुदेव नाम की ध्वनि सुबह-शाम बोलना-बोलवाना शुरू कर दो। ऐसे बोलना रहेगा-
जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयजय गुरुदेव।

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