अष्टावक्र ऋषि आश्रम मंदिर के पुनरुद्धार कार्यक्रम के लोकार्पण
कार्यक्रम को संबोधित करते विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष चमपत राय

रिंकू श्रीवास्तव जिला संवाददाता

गोण्डा,

अयोध्या की शास्त्रीय सीमा होने के नाते 84 कोसी परिक्रमा परी क्षेत्र में प्रत्येक धार्मिक श्रद्धा केंद्रों का महत्व श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण होने के साथ ही और भी बढ़ गया है इसमें अष्टावक्र ऋषि का जो आश्रम पुनरुद्धार करके विकसित किया गया है उसका भी एक महत्वपूर्ण स्थान है,

उक्त उद्बोधन श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव व विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने तरबगंज क्षेत्र के आमदही राम घाट स्थित अष्टावक्र ऋषि आश्रम मंदिर के पुनरुद्धार कार्यक्रम के लोकार्पण अवसर पर कहे,

उन्होंने आगे कहा कि श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण हेतु 500 वर्षों का जो संघर्ष था वह फलीभूत हो रहा है और 2023 तक मंदिर का पहला तल पूर्ण कर भगवान रामलला को विराजमान कर दिया जाएगा,

इसके पूर्व कई वक्ताओं ने अष्टावक्र ऋषि के विषय में काफी सारगर्भित बातें रखी,

उक्त अवसर पर 84 कोसी परिक्रमा के प्रमुख सुरेंद्र सिंह, कटरा कुटी के महंत चिन्मय दास जी, महंत गया दास जी, महर्षि जमदग्नि आश्रम के श्री महंत जी, कपिल मुनि आश्रम के श्री महंत जी, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत धर्म यात्रा प्रमुख राकेश वर्मा गुड्डू, विहिप के सह विभाग मंत्री भरत गिरी, विहिप के जिला कार्याध्यक्ष जनार्दन सिंह, विजय सिंह आर एस एस के जिला प्रचारक कोमल, विभाग कार्यवाह अमित गुप्ता, जिला कार्यवाह रविंद्र गोस्वामी, शिवकुमार, तरबगंज विधायक प्रेम नारायण पांडे, बेलसर ब्लाक प्रमुख राजेंद्र प्रताप गुड्डू सिंह और भाजपा जिला अध्यक्ष इकबाल बहादुर तिवारी शशिकांत मौर्य, गुड्डू कौशल इत्यादि सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित उपस्थित रहे ।
उक्त जानकारी विहिप के प्रांत धर्म यात्रा प्रमुख राकेश लर्मा गुड्डू ने दी ।

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