गुरु आदेश का पालन नहीं करोगे, गुरु का, कलयुग का कर्जा नहीं दे पाओगे तो अकाल मृत्यु में जाओगे
विकोटा (आंध्र प्रदेश)
संकट में जीवों कि मदद करने वाले, उनके धन पुत्र परिवार मान सम्मान में बढ़ोतरी करने वाले, नसीब से ज्यादा देने वाले, आसान तरीकों से जीवों के कर्मों को, आपसी लेन-देन को कटवाने वाले, अकाल मृत्यु से बचाने वाले, आगामी बुरे समय से आगाह करने वाले, इस समय के युगपुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, परम दयालु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 21 जनवरी 2023 प्रातः विकोटा (आन्ध्र प्रदेश) में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि एक-दूसरे के साथ कर्मो का लेना-देना होता है। आप परिवार में रोटी पानी बनाते-खिलाते हो, कर्म अदायगी करने के लिए जुड़े हुए हो। देखो इसी (भीड़) में बैठे हो। एक घर, गांव, शहर के नहीं हो, कई जगहों के लोग हो। तो भंडारे में कोई नमक कोई आटा लाकर दे दिया, कोई बना दिया, कोई खिला दिया, सबका लेना-देना उसी में अदा हो गया।
कर्जा अदा करना पड़ेगा
ऐसे ही गुरु का कर्जा बहुत बड़ा होता है। जब ध्यान, भजन, सुमिरन करोगे तब पता चलेगा, अंदर से समझ पाओगे। गुरु महाराज के पास जब आए थे तब आप कैसी हालत में थे और अब स्वयं को देख लो, कितना धन, सम्मान, इज्जत, पुत्र-परिवार बढ़ा। अगर गुरु महाराज का भरोसा रहा, याद करते रहे होगे तो देखो कितनी बढ़ोतरी हुई या नहीं हुई? (गुरु ने आपको) जरूरत से ज्यादा दिया। जब भी आप मुसीबत में पड़े, गुरु महाराज को याद किया, उन्होंने मदद किया या नहीं किया? (तो आप पर) गुरु का कर्जा है या नहीं? अगर कर्जा अदा नहीं करोगे, अगर आदेश का पालन नहीं करोगे, कलयुग का दिया हुआ अन्न-पानी खाते-पीते हो, उसी के आसमान के नीचे रहते, उसी की धरती पर चलते हो तो कर्जा मांगेगा और यदि नहीं दे पाओगे तो अकाल मृत्यु में जाओगे।
अकाल मृत्यु किसको कहते हैं
जब कोई उम्र पूरी किए बिना दुनिया से चला जाता है तो प्रेत योनियों में यह जीवात्मा चली जाती है, फिर भटकती रहती है। प्रेतों का मुंह पतला, पेट बड़ा होता है। भूख हमेशा लगी ही रहती है। ये कहां भटकते हैं? जहां भोजन मिलता है। इनका भोजन है सुगंधी, खुशबू। वहां पर रहते हैं। जैसे दीपक जलता है, मंदिर स्थान जहां खुशबूदार मिठाइयां, फूल-पत्ती चढ़ाई जाती है आदि वहां भटकते रहते हैं। जिस दिन नहीं मिलता हैं तो खिलाने वाले के सिर पर सवार होकर परेशान करने लगते हैं। बड़ी परेशानी, हजारों वर्ष रहना पड़ता है। चूक जाओगे तो फिर पछताओगे, आया अवसर निकल जाएगा। अनजान की माफी तो हो जाती है लेकिन जानकार की जल्दी माफी नहीं होती है। जानकार हो आप। लोगों को बताओ-समझाओ, कलयुग के मुंह से लोगों को निकालो, सतयुग को लाने की इंतजारी कराओ, सतयुग के प्लेटफार्म पर आप लोगों को बैठाओ, गुरु का मिशन पूरा करो। गुरु महाराज बोल कर के गए- कलयुग में कलयुग जाएगा। कलयुग में सतयुग आएगा।।
प्रचार करो शाकाहारी नशा मुक्त लोगों को बनाओ
सतयुग में कोई मांसाहारी नहीं होगा, कश्मीर से कन्याकुमारी तक कोई मांस मछली अंडे की दुकान नहीं होगी, शराब या तेज नशे वाली चीजों की दुकान नहीं होगी, भारत में । पहले तो भारत में फिर अन्य देशों में सतयुग का नजारा दिखेगा। विदेशों में भी धीरे-धीरे लोग शाकाहारी हो जाएंगे और होने लग गए। बराबर शाकाहारी सदाचारी लोगों को बनाने में लगे रहो। अपनी ड्यूटी पूरी करते रहो। समय आगे का खराब आ रहा है। आज की तारीख तक आपने खराब समय को तो देखा ही नहीं, वह तो आगे आएगा। अब मैं बहुत कम बताता हूं, लोग सोचते हैं कि बाबा डरा करके, डर दिखा कर के चेला बना रहे हैं। चेला कहां बना रहा हूं? आगाह करता हूं, समझाता हूं कि आप मान जाओ। लेकिन अब ज्यादा बताने का वक्त नहीं है, अब तो लोगों को अच्छा बनाने का वक्त है कि कैसी भी समय परिस्थिति आवे, वह उसका मुकाबला कर ले। अपने-अपने स्तर से ही आप लोग प्रचार-प्रसार करने लगो। किसान किसान को, व्यापारी व्यापारियों को, कर्मचारी कर्मचारियों को, बच्चियां बच्चियों को अगर सही कर ले तो अभी बहुत काम हो जाएगा। अच्छा समय सतयुग के आने में देर नहीं लगेगी लेकिन प्रयास किया जाएगा तब। हम तो दिन रात करते ही रहते हैं, आप भी लग जाओगे तो और बल मिल जाएगा, जल्दी काम हो जाएगा, बोलो जय गुरुदेव