कर्पूरी ठाकुर गरीबों शोषितों, वंचितों की आवाज थे- अरूण सिंह

ज्ञानेश्वर बरनवाल देवरिया

देवरिया सलेमपुर डाकबंगले पर भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक,पूर्व शिक्षक
जननायक कर्पुरी ठाकुर का जन्मदिन मनाया गया।
भाजपा जिलाउपाध्यक्ष अरूण सिंह ने कहा कि कर्पुरी ठाकुर
सरल और सरस हृदय के राजनेता माने जाते थे। सामाजिक रूप से पिछड़ी किन्तु सेवा भाव के महान लक्ष्य को चरितार्थ करती नाई जाति में जन्म लेने वाले इस महानायक ने राजनीति को भी जन सेवा की भावना के साथ जीया।
वे गरीबों शोषितों, वंचितों की आवाज को सड़क से सदन तक पहुंचाने और उन्हे न्याय दिलाने में उन्होने अपना सारा जीवन बिता दिया। उन्होने नारा दिया था, ‘‘अधिकार चाहो तो लड़ना सीखो, पग पग पर अड़ना सीखो, जीना है तो मरना सीखो’’ उनके योगदान से हमें प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना होगा।
नाई समाज के प्रदेश मंत्री अनिल ठाकुर ने कहा कि नाई समाज मे कर्पूरी ठाकुर जैसा महान व्यक्तित्व पैदा हुआ, जिसने सभी समाज के शिक्षा, सत्ता और समृद्धि के लिए एक युगान्तकारी कार्य किया। समतामूलक सोच के धनी कर्पूरी ठाकुर वंचित समाज के आवाज थे। बिहार में सामंतवाद का खात्मा करने हेतु वंचित समाज को जागृत करने में उनका बहुत बड़ा योगदान था।


उक्त अवसर पर अशोक पाण्डेय,रामदास मिश्र,कन्हैया लाल जायसवाल,बब्बन सिंह रघुवंशी,अमरेश सिंह बबलू,मंटू सिंह, विनय पाण्डेय,अजय दूबे वत्स,अभिषेक जायसवाल,सम्पूर्णानंद गुप्ता,ओमप्रकाश यादव,अजय गौतम,रविशंकर मिश्र,संजय श्रीवास्तव, अनूप उपाध्याय,रजनीश ठाकुर, शशि ठाकुर, बलिस्टर ठाकुर आदि मौजूद रहे।

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