मंत्री ने 9 दिवसीय विराट किसान मेले का दीप प्रज्जवलन कर किया शुभारम्भ

प्रयागराज संवाददाता सतीश चंद्र की रिपोर्ट

मंत्री ने मेले में कृषि विभाग से सम्बंधित लगायी गयी प्रदर्शनी का किया अवलोकन

योजनाओं, उत्पादों एवं कृषि यंत्रों के प्रयोग के बारे में अधिक से अधिक किसानों को करें जागरूक

किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार दृढ़संकल्पित, सरकार द्वारा इसके लिए लगातार किए जा रहे है प्रयास

सरकार द्वारा तिलहन खेती को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयास से इस बार प्रदेश में रिकार्ड स्तर पर सरसों का होगा उत्पादन

किसान भाई अपनी मिट्टी की जांच अनिवार्य रूप से नियमित अंतराल पर कराते रहे

प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे एवं सोलर पम्प का करें उपयोग

मंत्री कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग उ0प्र0 सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को अखिल भारतीय सरदार पटेल, सेवा संस्थान अलोपीबाग परिसर मेें 08 फरवरी से 16 फरवरी, 2023 तक चलने वाले 09 दिवसीय विराट किसान मेले का दीप प्रज्जवलन एवं फीता काटकर शुभारम्भ किया एवं सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए उनकों नमन किया।


मंत्री जी ने किसान मेले में कृषि एवं कृषि से सम्बंधित समस्त विभागों, संस्थायें, कृषि विश्वविद्यालय तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के साथ-साथ निजी संस्थाओं द्वारा लगाये गये स्टाॅल एवं सजीव प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए योजनाओं एवं उत्पादों के बारे में जानकारी लेते हुए सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को इसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार तथा इससे होने वाले लाभ के बारे में लोगो को जागरूक कराये जाने के लिए कहा है। मंत्री जी ने कहा कि कृषि यंत्रों, बीजों, उत्पादों, जैविक खादों के बारे में जितना अधिक से अधिक लोगो को जानकारी प्राप्त होगी, वे उसका अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे तथा अपनी आय को बढ़ा सकेंगे।

विराट किसान मेले में कृषि यंत्र विक्रेता तथा संस्थाओं द्वारा अपना स्टाॅल लगाकर कृषि यंत्रों का प्रदर्शन करते हुए लोगो को इसके उपयोग से होने वाले लाभों के बारे में बताया गया। मेले में जीरो बजट खेती, जैविक खेती, यौगिक खेती, आधुनिक वैज्ञानिक खेती, समेकित कृषि प्रणाली, कृषि विविधीकरण, मिलेट्स (अन्न/पोषक अनाज) सहित अन्य उत्पादों के बारे में प्रदर्शनी लगायी गयी है। मेले में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं में देय सुविधाओं की जानकारी, राष्ट्रीय स्तर के वरिष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा कृषि की नवीनतम तकनीकी जानकारी एवं विभिन्न संस्थाओं द्वारा सजीव स्टाॅल लगाकर लोगो को जानकारी उपलब्ध करायी जा रही है।


इस अवसर पर मंत्री ने उपस्थित लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि अत्यंत प्राचीन तीर्थराज प्रयागराज क्षेत्र में विराट किसान मेले में आप सभी किसान भाईयों का स्वागत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी व मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में आज किसानों के लिए चलायी जा रही सभी योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ किसानों को मिल रहा है, बिचैलियों का खेल समाप्त हो गया है। सरकार के द्वारा धान की खरीद व्यापक स्तर पर की जा रही है, जिससे किसानों को अपना धान क्रय करने में कोई परेशानी न हो व सारा पैसा उनके खाते में दिया जा रहा है। केन्द्र सरकार व राज्य सरकार किसानों की उपज का उचित मूल्य उन्हें दे रही है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हुई है और उनका जीवन स्तर ऊंचा हुआ है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार दृढ़संकल्पित है और इसके लिए लगातार कार्य किए जा रहे है। सरकार द्वारा किसानों को उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराये जा रहे है, जिससे कम लागत में अच्छी फसल तैयार हो और किसान भाईयों को लाभ हो। मंत्री जी ने कहा कि किसान भाई जैविक खेती की ओर बढे़, इस दिशा की ओर जागरूक हो, इसके लिए हम सबकों मिलकर प्रयास करना होगा। जो किसान भाई जैविक खेती कर रहे है, उनको हमारी तरफ से बधाई है साथ ही दूसरे किसानों को भी जैविक खेती से होने वाले लाभ के बारे में बताते हुए उन्हें जैविक खेती को अपनाने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा है।

अमृत महोत्सव काल में किसान भाई समृद्ध हो, इसी लक्ष्य के साथ सरकार आगे बढ़ रही है। मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा तिलहन खेती को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयास का ही नतीता है कि इस बार प्रदेश में रिकार्ड स्तर पर सरसों का उत्पादन होने जा रहा है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का कार्य सरकार कर रही है, इस कार्य में किसान भाईयों को भी पूरा सहयोग देना चाहिए तथा प्राकृतिक खेती को अपनाना चाहिए। उन्होंने इसके लिए किसानों के बीच जागरूकता अभियान भी चलाते रहने के लिए कहा है। किसानों को अपनी मिट्टी की जांच कराकर उसके अनुरूप फसल लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के पहल पर अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स (अन्न/पोषक अनाज) दिवस मनाया जा रहा है, इससे किसानों को बहुत फायदा होगा। यह अनाज कम लागत में अच्छी पैदावार देता है। देश-विदेश में इसकी मांग बढ़ेगी, जिससे किसानों की आय में वृद्धि भी होगी। मंत्री ने कहा कि किसान भाईयों को इस विराट किसान मेले में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। यहां पर उन्नत किसानों द्वारा लगाये गये स्टाॅलों व वैज्ञानिकों द्वारा उन्नत खेती के बताये गये तरीकों/कीटनाशकों के प्रयोग के सम्बंध में जानकारी प्राप्त करना चाहिए।
कृषि मंत्री द्वारा कृषि में उत्पादन लागत कम करने हेतु प्राकृतिक खेती करने, सिंचाई हेतु सोलर पम्प की स्थापना पर विशेष बल दिया गया। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से जैविक खेती अपनाने एवं कृषकों को कृषि की नयी-नयी तकनीकी की जानकारी प्राप्त करने के लिये कृषि विभाग द्वारा आयोजित गोष्ठियों एवं मेलों में प्रतिभाग करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। फसलों को क्षति से बचाने हेतु प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को अपनाने एवं क्षति की दशा में समय से कृषि विभाग/फसल बीमा कंपनी को सूचित करने पर बल दिया गया। कृषकों को एफ0पी0ओ0 का गठन कर अपने उत्पाद का अच्छा मूल्य प्राप्त करने एवं अन्न योजना के बारे में भी जानकारी देते हुए मोटे अनाज का उत्पादन करने पर बल दिया गया। खेत तालाब योजना में कृषकों का चयन कर लाभ के बारे में जानकारी दी गयी।


कृषि मंत्री द्वारा जनपद के 45 कृषकों को फार्म फशीनरी बैंक, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, सोलर पम्प, नेपसेक स्पेयर मशीन, भूसाबैग, मृदा जैविक कार्बन किट, मृदा नमूना कार्ड के चाभी, प्रमाणपत्र आदि से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विधायक बारा डाॅ0 वाचस्पति ने कहा कि इस मेले का आयोजन आधुनिक खेती, प्राकृतिक खेती के प्रति किसानों को जागरूक करने हेतु किया जा रहा है। किसान भाई इस विराट मेले में ज्यादा से ज्यादा संख्या में आकर लाभ उठा सकते है। विधायक फाफामऊ गुरू प्रसाद मौर्या ने कहा कि किसान देश के अन्नदाता है व रीढ़ की हड्डी है। उन्होंने कहा कि यदि किसान समृद्ध होगा, तो देश समृद्ध होगा। किसान भाई उन्नतशील बीजों, जैविक खादों का अधिक से अधिक प्रयोग करें। विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चैधरी ने कहा कि मोटे अनाज जो पहले गरीब लोगो का खाना माना जाता था, आज इसकी महत्ता लगातार देश-विदेश में बढ़ रही है। किसान भाईयों को इसकी खेती की ओर लौटना चाहिए और इसका लाभ उठाना चाहिए।
जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने कहा कि आज किसान भाई जागरूक हुए है और जैविक खेती व प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर हो रहे है। उन्होंने जैविक खादों के प्रयोग किए जाने के लिए कहा, जिससे कि उत्पादन व पोषक तत्वों में वृद्धि तथा भोजन स्वादिष्ट, स्वास्थ्य वर्धक हो सके। उन्होंने जनपद के कृषि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषकों की सराहना की और उनसे अपील की आप दूसरें किसान भाईयों से अपने-अपने अनुभव साझा कर उन्हें भी लाभान्वित करायें। जो भी किसान मेले में आयें, यहां से जैविक खेती, प्राकृतिक खेती, तकनीकी खेती के सम्बंध में जानकारी लेकर खुद भी इसे अपनायें। उन्होंने किसान भाईयों से कहा कि आज धरती का जल स्तर नीचे गिरता जा रहा है। उन्होंने किसान भाईयों से भी जल संचय करने की अपील की।
तकनीकी सत्र में सर्वप्रथम डा0 योगेश वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र नैनी, प्रयागराज द्वारा मृदा स्वास्थ्य पर प्रकाश डालते हुए गोबर की खाद, कम्पोस्ट खाद एवं संतुलित मात्रा में उर्वरकों के उपयोग एवं सूक्ष्म तत्व वाले उर्वरकों के प्रयोग बारे में विस्तार से कृषकों को जानकारी दी गयी। डा0 अजय कुमार वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र, नैनी, प्रयागराज द्वारा रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों के पौधों एवं मानव के स्वास्थ्य पर पड़ने वाल दुष्प्रभाव पर चर्चा की गयी तथा प्राकृतिक एवं जैविक खेती पर विस्तार से चर्चा करते हुए कृषकों को जानकारी दी गयी।

कृषि वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र, नैनी, प्रयागराज द्वारा दैनिक जीवन में मोटे अनाज के प्रयोग की उपयोगिता एवं कृषि विज्ञान केन्द्र में कृषकों को कृषि के सामयिक एवं नवीनतम कृषि तकनीक के प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु कृषकों को जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में कृषि से संबंधित विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं द्वारा कृषकों की जानकारी के लिये 60 स्टाल लगाये गये तथा लगभग 1500 कृषकों द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। इस अवसर पर किसान समृद्धि आयोग के सदस्य कुलजीत सिंह, सरदार पटेल संस्थान के अध्यक्ष बजरंगी सिंह सहित संयुक्त निदेशक कृषि डाॅ0 रमेश कुमार मौर्य, उप निदेशक कृषि विनोद कुमार सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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