गंगा किनारे बसे काशी को भगवान शिव की नगरी के बारे में जाने

ग्रन्थो की माने तो काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के त्रिशूल पर टिकी है काशी, यहां आने पर जन्म-जन्मांतर के चक्र से मिलती है मुक्ति


गंगा किनारे बसे काशी को भगवान शिव की नगरी और भोलेनाथ को काशी का महाराजा कहा जाता है। यहां का काशी विश्वनाथ मंदिर दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शनों के लिए हर रोज लाखों भक्त आते हैं, लेकिन सोमवार का दिन विशेष होता है। यहां की गंगा आरती दुनिया भर में प्रसिद्ध है।

आइए जानते हैं बाबा विश्वनाथ मंदिर के बारे में कुछ प्रमुख बातें-

1. बाबा विश्वनाथ के नाम से दुनिया भर में प्रसिद्ध यह शिवलिंग 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। कहा जाता है कि गंगा किनारे स्थापित इस मंदिर की स्थापना 1490 में हुई थी।

2. ऐसी पौराणिक मान्यता है कि भगवान शिव गंगा के किनारे इस नगरी में निवास करते हैं। उनके त्रिशूल की नोक पर काशी बसी है। भगवान शिव काशी के पालक और संरक्षक है, जो यहां के लोगों की रक्षा करते हैं।

3. काशी विश्वनाथ मंदिर के ऊपर एक सोने का छत्र लगा हुआ है। ऐसा मान्यता है कि इस छत्र के दर्शन से लोगों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

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