धर्म की प्राण है भक्ति…बटुक जी महाराज

नवदिवसीय श्रीराम कथा के समापन अवसर पर कथा श्रवण हेतु उमड़ी भक्तों की भीड़

गौरव गोयल

अघोरी बाबा आश्रम कैमा धमावा ब्लॉक सिराथू में चल रही नवदिवसीय श्रीरामकथा के अंतिम समापन दिवस में कथा श्रवण के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। लोगों ने बड़े भक्ति भाव से भगवान की कथा का श्रवण किया।

नवें दिवस की कथा के अवसर पर चित्रकूट धाम से पधारे प्रख्यात कथावाचक बटुक जी महाराज ने मेघनाद लक्ष्मण संवाद, मेघनाद लक्ष्मण युद्ध और लक्ष्मण शक्ति का प्रसंग सुनाया। इस अवसर पर कथावाचन करते हुए बटुक जी महाराज ने कहा कि भक्ति धर्म की प्राण है। जिसे भक्ति हो जाती है, वो स्वयं धार्मिक हो जाता है।
कथा के पूर्व यज्ञ कार्य के यजमान दयाशंकर तिवारी उनकी धर्म पत्नी आशा देवी ने विधि विधान से यज्ञ कार्य संपन्न किया।

इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजक त्यागी जी महाराज ने 5 मार्च को आयोजित होने वाले भंडारे में यथाशक्ति सहयोग करने एवं भंडारे को सफल बनाने के लिए आह्वान किया। इस अवसर पर अजय सोनी, राधे साहू, शिव कुमार साहू, जसवंत सिंह पटेल, जीवन सिंह पटेल आदि मौजूद रहे।

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