—-श्रीमद् भागवत कथा का चौथा दिन—-पंडित रामेश्वर दूबे व्यास ने श्रद्धालुओं को संगीतमय कथा का कराया रसपान

श्रीकृष्ण का जन्म होते ही माता पिता हो गए सारे बंधन मुक्त

 देवरिया सलेमपुर/मझौली राज में श्रीमद्भागवत कथा का चौथे दिन भगवान श्री कृष्ण की जन्म और बाल लीलाओं पर मुख्य केंद्र बिंदु रहा। यह कथा मझौली राज के प्रसिद्ध झगड़ा भवानी मंदिर के प्रांगण में चल रही है। पंडित रामेश्वर दुबे व्यास ने श्रद्धालुओं को भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव से लेकर के बाल लीलाओं का संगीतमय रसपान कराया।
  उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण का अवतार होते ही मथुरा की जेल के सारे बंधन खुल गए। योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण की जिस पर भी कृपा हो जाती है उसके भवसागर के सारे बंधन कट जाते हैं। उन्होंने कृष्ण लीला पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि मथुरा में जन्म लेकर गोकुल में श्रीकृष्ण में अनेक लीलाओं का दर्शन कराया। अपने लीलाओं के माध्यम से उन्होंने अनेक राक्षसों का संहार भी किया। कथा में जजमान के रूप में चंद्रकेश चौरसिया और जगलाल साह थे। देर रात तक चली श्रीमद्भागवत कथा में श्रद्धालु भक्ति इस का गोता लगाते रहे।
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