हमारी बात सरकारों तक पहुंचा दो

शराब मांस की आमदनी से कई गुना ज्यादा इसके दुष्परिणामों पर खर्चा होता है, लोगों को तकलीफ, जान-माल का नुकसान अलग

नई दिल्ली
बीमारियों और अपराधों की जड़ को उजागर करने वाले, प्रजा के हित में राजा को सही सच्ची सलाह देने वाले, कुदरत के कहर से बचाने वाले, अन्तर्यामी, इस समय के महापुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, परम दयालु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 23 अप्रैल 2023 प्रात: नई दिल्ली में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि आप लोग जो नाम दान लेने के लिए आए हो, इस मानव मंदिर को साफ सुथरा रखना। इसको गंदा मत करना। अगर इस शरीर के अंदर गंदी चीज गयी तो सुमिरन ध्यान भजन समेत किसी भी अच्छे काम में मन नहीं लगेगा। यह तो उसी तरफ ले जाएगा। ये (गलत) खान-पान ही आदमी को कामी, क्रोधी, लोभी, लालची बना देता है।

इतने अपराध, बीमारियाँ कब से बढीं?

देखो जब से मांसाहार, शराब का प्रचलन बढ़ा तब से अपराध बहुत बढ़ते चले जा रहे हैं। जो भी सरकारें यह सोचती हैं कि इनसे (शराब, मांस से) हमारी आमदनी हो रही है, अगर उसको (इनके परिणामस्वरूप होने वाले दुर्घटना और अपराध पर होने वाले तमाम खर्चों को) जोड़ा जाए तो ये होने वाला खर्चा, लोगों को होने वाली तकलीफ और लोगों की जो जान जा रही है, यह (आमदनी) उसके सामने फायदा कुछ नहीं है बल्कि कई गुना ज्यादा नुकसान हो रहा है।

सरकारों तक बात पहुंचा दो

इसीलिए यह समझना चाहिए, यदि आप कोई सरकार को रिपोर्ट देते हो और यहां पर आए हो तो लिख लो इस बात को, मेरी बात यह पहुंचा दो कि कोई भी देश प्रांत जिला मांस और शराब के पैसे से सरशब्द (उन्नत) नहीं हो सकता है, तकलीफें गरीबी दूर नहीं हो सकती है, समय पर जाड़ा गर्मी बरसात नहीं हो सकता है, ये देवता कभी खुश नहीं हो सकते हैं। बलि चढ़ाने से देवता कभी खुश नहीं होते बल्कि नाराज होकर और सजा देने लगते हैं। उनके नियम का उल्लंघन होने पर सजा दे देते हैं। आपके घर, गाडी को कोई तोड़ने लग जाए, आपका खेत कोई काटने लग जाए तो आप गाली दोगे, मारोगे, उसे हटाओगे। ऐसे ही कुदरत के बगीचे को कोई तोड़ने खत्म करने लगता है, उसके जीव-जंतुओं, पेड़-पौधों को मारता काटता है तब वो सजा देगी या आशीर्वाद? यही बात आप को समझना चाहिए। तो तन मन से भी सच्चे रहो। मुंह से भी ऐसी बात मत बोलो जिससे किसी को खराब लगे। किसी जाति धर्म धार्मिक किताब की निंदा नहीं। किसी की बुराई निंदा मत करो नहीं तो उसके कर्म आपको लग जाएं। मुंह से भी नहीं। हाथ-पैर से ऐसा कोई काम मत करो जिससे कर्म बन जाए, पाप बन जाए। तन मन से सांचा रहे सतगुरु पकड़े बांह। गुरु को भूलोगे नहीं तो वो आपका हाथ पकड़े रहेंगे। सतगुरु को अपना हाथ पकड़ा दो तो वो नहीं छोड़ते हैं। आप ऊँगली पकड़ते हो जो माया के बाजार में दुकानें लगी हैं, जिससे शरीर को सुख मिलता है तो हाथ छोड़ देते हो। जब वह हाथ पकड़ेंगे तो- ‘तुम को घर पहुचावना, एक हमारो काम- तो आपको अपने असला घर निज धाम पहुंचा देंगे।

आप अंदर में भी (अपनी बात) बोलोगे तो भी वह बात पहुंच जाएगी

महाराज जी ने 16 अप्रैल 2023 प्रातः श्रावस्ती (उ. प्र.) में बताया कि जो आपको बताया जाय, उसे विश्वास के साथ करोगे तो फायदा होगा। मैं देख रहा हूं तकलीफ बहुत है। लेकिन सब की तकलीफ को सुनकर के सबको अलग-अलग उत्तर नहीं दिया जा सकता (संगत बहुत बड़ी हो गयी है)। इसीलिए बराबर जयगुरुदेव नाम की ध्वनी सुबह-शाम बोलने और सुमिरन ध्यान भजन करने की आदत डालो। इसके अलावा भी यदि परेशानियां बनी हुई है तो मैं अभी एक चक्कर इधर मैदान में गाड़ी से लगाऊंगा। आप वहां पर सामने आ जाना। आप अंदर में भी (अपनी बात) बोलोगे तो भी वह बात पहुंच जाएगी। कोई जरूरी नहीं है कि एक ही बात को चार बार कहो, चिल्ला-चिल्ला कर कहो। कोई जरूरत नहीं है। गाड़ी के पास दो-तीन लोग रहेंगे। उनसे कहना कि तकलीफ है, बीमारी का पर्चा दे दो। समझ लेना। फिर आप उस हिसाब से करना। विश्वास के साथ करते हैं तो सब को फायदा होता है।

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