गर्भावस्था में पौष्टिक आहार लेती रहें गर्भवती

आयरन फोलिक एसिड व कैल्शियम की गोली भी करती रहें सेवन

दुदही सीएचसी पर आयोजित पीएमएसएमए दिवस पर हुई गर्भवती की जांच

120 गर्भवती ने करायीं जांच,22 मिली उच्च जोखिम गर्भावस्था में

धनंजय पाण्डेय

पडरौना ( कुशीनगर) मई 2023 मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए गर्भवती की विशेष जांच अनिवार्य है। इसी उद्देश्य से माह में चार दिन प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया जाता है। इसी क्रम में मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दुदही पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया गया।
इस अवसर पर अधीक्षक डाॅ.अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि गर्भवती गर्भावस्था के दौरान अपने सेहत के प्रति सतर्क रहें। आयरन फोलिक एसिड व कैल्शियम की गोली के साथ पौष्टिक आहार लेती रहें और प्रसव पूर्व चार जांचें जरूर कराएं।
उन्होंने कहा कि गर्भवती खानपान सही रखें। दूध, पनीर, ताजा मौसमी फल, दाल, हरी सब्जियां एवं अन्य प्रोटीन व विटामिन युक्त आहार लेती रहें। समय-समय पर टीकाकरण भी कराती रहें। किसी भी जटिलता से बचने के लिए प्रसव चिकित्सक द्वारा सुझाए गए सरकारी अस्पताल में ही कराएं। प्रसव के लिए अस्पताल आने जाने के लिए 102 नंबर एंबुलेंस सुविधा भी उपलब्ध है। सीएचसी पर कुल 120 गर्भवती जांच कराने पहुंची, जिसमें से 22 उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली मिली। उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली 13 गर्भवती को एनीमिया कार्नर में आयरन सुक्रोज भी चढ़ाया गया

पीएमएसएमए दिवस पर जांच कराने आईं ग्राम पंचायत जंगल नगवा की रहने वाली आठ माह की उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली गर्भवती किरन ( 26) ने बताया कि वह सीएचसी पर पहली बार जांच कराने आईं हैं । इससे पहले दो बार निजी अस्पताल पर जांच कराई थीं। सीएचसी पर हुई जांच में पता चल गया था कि उनके शरीर में खून की कमी है, और वह उच्च जोखिम ( एचआरपी) गर्भावस्था में है। खून की कमी को देखते हुए एनीमिया कार्नर में उन्हें आयरन सुक्रोज चढ़ाया गया। दवा और पौष्टिक आहार लेते रहने की सलाह भी मिली।

अल्ट्रासाउंड जांच के लिए 24 गर्भवती रेफर

सीएचसी के अधीक्षक ने बताया कि मंगलवार को पीएमएसएमए दिवस पर जांच कराने आईं 24 गर्भवती को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए रेफर किया गया। उन्हें बताया गया कि क्यू आर कोड या एसएमएस के जरिए वह पंजीकृत निजी अल्ट्रासाउंड केन्द्र पर सरकारी प्रावधानों के तहत जाकर अपना अल्ट्रासाउंड करा सकती हैं।

गर्भवती कब-कब कराएं जांच
-पहली जांच माहवारी छूटने के तीन माह के भीतर
-दूसरी जांच गर्भावस्था के चौथे व छठें महीने में
-तीसरी जांच गर्भावस्था के सातवें से आठवें महीने में
-चौथी जांच गर्भावस्था के नौवें महीने में।

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