गंगौली ग्राम पंचायत में मंडल आयुक्त की टीम व जिले के अधिकारियों ने पूर्व प्रधान व ब्लाक के कर्मचारियों का भ्रष्टाचार किया उजागर तक नहीं हुई रिकवरी न कार्यवाही

राजेश गौतम

बिंदकी/ फतेहपुर
तहसील क्षेत्र के अमौली ब्लाक के गंगौली गांव में पूर्व प्रधान व कर्मचारियों का भ्रष्टाचार जमकर उजागर हुआ लेकिन अभी तक न तो रिकवरी हुई और ना ही भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही की गई मामले को ठंडे बस्ते में जिम्मेदार अधिकारियों ने डाल दिया है गंगोली गांव के विमलेश सोनकर पुत्र रमेश सोनकर सहित गांव के लोगों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जमकर मोर्चा खोल दिया था कई बार जिला अधिकारी उप जिलाधिकारी सहित मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ को लिखित शिकायत पत्र देकर पूर्व में गांव में हुए भ्रष्टाचार की आवाज उठाई और पूर्व प्रधान व गांव में तैनात ग्राम पंचायत सचिव ब्लॉक अधिकारी के ऊपर गांव में भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कई गंभीर आरोप लगाए जिसके बाद जांच ग्राम पंचायत में की गई संयुक्त मंडलायुक्त प्रयागराज की टीमें गांव में जाकर जांच पड़ताल शुरू किया जिसमें 852276 रुपए गांव में सरकारी धनराशि गबन का मामला सामने आया और रिकवरी का निर्देश देकर उत्तर प्रदेश सरकार को अधिकारियों ने आंख्या लगा दी लेकिन अभी तक ना गांव में पूर्व मूं भ्रष्टाचार की रिकवरी हुई और ना ही पूर्व प्रधान व भ्रष्टाचार अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही की गई जिससे शिकायतकर्ता गांव के बेहद परेशान हैं विमलेश कुमार सोनकर कहते हैं कि भ्रष्टाचार में लिप्त होने वाले अधिकारियों ने सांठगांठ करके मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है लगातार तहसील व ब्लाक में कार्रवाई की मांग करते हुए ग्रामीण कई बार धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता है जबकि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ योगी सरकार कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश देती है

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