मनरेगा के तहत ग्राम पंचायतों में बड़े पैमाने पर हो रहा सरकारी धन का बंदर बाँट

मनरेगा के तहत ग्राम पंचायतों में बड़े पैमाने पर हो रहा सरकारी धन का बंदर बाँट

रिपोर्ट दिलीप भटट गोन्डा।

कर्नलगंज, गोण्डा। स्थानीय विकास खंड में मनरेगा योजना के तहत अनेकों ग्राम पंचायतों में बड़े पैमाने पर सरकारी धन के बंदर बांट का खेल लगातार जारी है। जबकि जिन्हें इसकी निगरानी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है वह मूक दर्शक बनकर सरकारी धन के दुरुपयोग को देख रहे हैं और मूकदर्शक बने हैं। जिसका उदाहरण विकास खण्ड कर्नलगंज के अंतर्गत ग्राम पंचायत दिनारी में देखा जा सकता है, जहाँ मनरेगा योजना के तहत तालाब व नाला की खुदाई सफाई कराया जाना दिखाकर बड़े पैमाने पर सरकारी धन का दुरुपयोग कर बंदर बाँट किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला ग्राम पंचायत दिनारी से जुड़ा है, यहां की निवासिनी मायावती पत्नी नान्हू सिंह ने मुख्यमंत्री के जन सुनवाई पोर्टल पर आनलाइन शिकायत की है। जिसमे कहा गया है कि
ग्राम पंचायत दिनारी में करीमुल्ला के हाता के पीछे तालाब खुदाई/सफाई कार्य कराया जाना दिखाकर बीते 5 मई से 18 मई तक 40 श्रमिकों से 14 दिवस व 22 मई से 4 जून तक 20 श्रमिको से 14 दिवस तालाब की खुदाई/सफाई कार्य कराया जाना दिखाकर श्रमिको को भुगतान किया गया है। वहीं 5 जून से 18 जून तक उसी तालाब की खुदाई सफाई कार्य कराने के लिये 40 श्रमिको का मस्टर रोल निर्गत कराकर खुदाई/सफाई कार्य कराया जाना दिखाया जा रहा है।इसी तालाब से सटा उसरेरिया कब्रिस्तान के बगल नाला की खुदाई/सफाई कार्य कराया जाना दिखाकर बीते 3 मई से 16 मई तक 20 श्रमिको से 14 दिवस व 18 मई से 31 मई तक 20 श्रमिको से 14 दिवस कार्य कराया जाना दिखाकर श्रमिको के खाते में फर्जी भुगतान किया गया है। इसी नाले की खुदाई सफाई कार्य कराने के लिये पुनः 2 जून से 15 तक 40 श्रमिको का मस्टर रोल निर्गत कराया गया है। जब कि तालाब व नाले की खुदाई/ सफाई करने के लिये मात्र 8 श्रमिक कार्य कराया गया है। यही नही 10 जून से कार्य पूरी तरह बंद है। इस तरह 80 श्रमिको से प्रतिदिन तालाब व नाला की खुदाई/सफाई कार्य कराया जाना अभिलेखों में दिखाकर काम न करने वाले श्रमिको के बैंक खाते में फर्जी तरीके से भुगतान करके सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है। महिला ने सरकारी धन की रिकवरी कराते हुये संबंधित लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराकर कार्यवाही किये जाने की मांग की है। उक्त सम्बन्ध में संयुक्त खण्ड विकास अधिकारी श्रीकांत तिवारी ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में नही है, लेकिन यदि ऐसा है तो जांच कराकर मस्टर रोल शून्य कराया जायेगा।

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