भसरौल में भ्रष्टाचारियों की पोल खोलने के लिए दूसरी बार पहुंची जांच टीम
यूपी फाइट टाइम्स
ठा. अनीष रघुवंशी
फतेहपुर– विजयीपुर विकासखंड की दूसरी सबसे बड़ी ग्राम पंचायत रायपुर भसरौल में कोर्ट के आदेश के बाद जांच चल रही है जिसमें जांच टीम मंगलवार को दूसरी बार ग्राम पंचायत में जांच करने के लिए पहुंची जहां जांच टीम ने ग्राम पंचायत के कई गांव में ग्राम प्रधान द्वारा कराए गए कार्यों की जांच की ।
जानकारी के मुताबिक विजयीपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत रायपुर भसरौल विकासखंड की दूसरी सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है जहां सरकार द्वारा विकास के नाम पर करोड़ों रुपए लुटाए जाते हैं उसी का फायदा उठाते हुए पिछले 5 वर्षों में ग्राम प्रधान ने ग्राम पंचायत में सरकारी पैसे का जमकर बंदरबांट किया था जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से की थी उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लेने पर शिकायतकर्ता ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था जिसके बाद उच्च न्यायालय ने ग्राम पंचायत में निष्पक्ष जांच के आदेश दिए थे जिस पर अभी 4 दिन पहले जांच टीम ग्राम पंचायत पहुंची थी जहां ग्राम पंचायत के कई मजरो में कराए गए कार्यों का लेखा-जोखा लिया गया था जिसके बाद मंगलवार को दोबारा फिर जांच टीम ग्राम पंचायत में जांच करने के लिए पहुंची जिस पर बहियापुर, रघुवर डेरा, शिवप्रसाद का डेरा, घटवाइन डेरा, गांव में अधिकारियों ने जांच की जिसमें कई कार्य संदिग्ध पाए गए जिसमें से एक मामला बहियापुर प्राथमिक विद्यालय का रहा जिसने विद्यालय के अंदर लगे हैंडपंप में पंपिंग सेट का भुगतान ग्राम प्रधान द्वारा कराया गया है जबकि अध्यापकों द्वारा लिखित देते हुए यह बताया गया की विद्यालय परिसर पर लगवाया गया हैंडपंप कम्पोजिट के द्वारा लगाया गया है ग्राम प्रधान द्वारा हैंडपंप पर एक रुपए भी नहीं दिए गए तो वही रघुवर डेरा गांव में रामबाबू निषाद के ने खुद से हैंडपंप लगवाया था जिस पर ग्राम प्रधान द्वारा रिबोर दिखा उसका भुगतान करा लिया गया वही पतरियन डेरा गांव में भी खड़ंजा निर्माण का मामला संदिग्ध पाया गया जिसके बाद देर शाम अधिकारी जांच पूरी करने के बाद वापस चले गए और अगले दिन आकर फिर से जांच करने की बात कही वहीं ग्रामीणों ने बताया कि जांच टीम के अधिकारी ग्राम प्रधान से मिलीभगत कर ग्राम प्रधान को बचाने में लगे हुए हैं ।