नहरों की सिल्ट सफाई की स्थलीय जांच अन्य विभाग के उच्चाधिकारियों की टीम द्वारा कराई जाए…अजय सोनी

सतीश गोयल की रिपोर्ट

नहरों की सिल्ट सफाई में हो रही खानापूर्ति को लेकर सड़क पर उतरे सकिपा कार्यकर्ता, सिंचाई मंत्री के नाम जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

समर्थ किसान पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को नहरों की सिल्ट सफाई में की जा रही खानापूर्ति को लेकर जिला मुख्यालय की सड़को में विरोध प्रदर्शन किया और सिंचाई विभाग फतेहपुर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदेश के सिंचाई मंत्री को एक पांच सूत्रीय ज्ञापन भेजा।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को समर्थ किसान पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता जिला कार्यालय मंझनपुर में उपस्थित हुए और मासिक बैठक की। बैठक की अध्यक्षता पार्टी नेता अजय सोनी ने की। बैठक में नहरों की सिल्ट सफाई में हो रही खानापूर्ति का मुद्दा छाया रहा। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजय सोनी ने कहा कि सिंचाई विभाग फतेहपुर द्वारा कौशांबी की निचली गंगा नहर एवं रामगंगा नहर की पश्चिमी इलाहाबाद शाखा में कई माइनर में चल रहे सिल्ट सफाई के काम में पूरी तरह से खानापूर्ति की जा रही है और सिर्फ दिखावे के लिए कहीं कहीं नहर में सिल्ट सफाई कराई जा रही है, बाकी शेष भाग ठेकदारों द्वारा छोड़ दिया जा रहा है। इससे नहरों में पानी छोड़े जाने पर पटरी के कट जाने का खतरा हो सकता है l साथ ही सिल्ट सफाई में मिट्टी को बाहर नहीं फेंका जा रहा और नहर की तली में ही उसे छोड़ दिया जा रहा है जिससे पटरियों की मरम्मत नहीं हो पा रही है। इसे कत्तई बर्दाश्त नही किया जायेगा।

इसके बाद जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए पार्टी कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और मौके पर मौजूद रहे अपर जिलाधिकारी जयचंद पांडेय को सिंचाई मंत्री के नाम एक पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। सौंपे गए ज्ञापन में निविदा के अनुसार जितने किमी तक रामगंगा नहर के सिराथू माइनर, परसीपुर माइनर एवं निचली गंगा नहर के गंभीरा माइनर में सिल्ट सफाई काम किए जाने का आदेश हुआ है, उतना पूरा काम कराया जाए, छोड़ दिए गए सिल्ट सफाई कार्य को पूरा कराए जाने के पूर्व इन नहरों की रजबहों में जलापूर्ति न की जाए, ठेकेदारों द्वारा सिल्ट सफाई का पूरा कार्य कराए जाने के पहले उनको सिल्ट सफाई का वित्तीय भुगतान न किया जाए, उपरोक्त सभी सिल्ट सफाई कार्यों की अन्य विभाग के उच्च अधिकारियों की टीम गठित कर स्थलीय जांच कराए जाने जैसी मांगे शामिल थीं। ज्ञापन स्वीकार करते हुए अपर जिलाधिकारी जयचंद पांडेय ने ज्ञापन सिंचाई मंत्री (उत्तर प्रदेश सरकार) को भेजे जाने का आश्वासन दिया है। इस मौके पर प्रेमचंद केसरवानी, शैलेंद्र मिश्रा, भगवान दास सोनी, मुन्ना पटेल, भैयालाल पटेल, फूलसिंह यादव, बबलू केसरवानी, परिहार सिंह लोधी, अमृत लाल गौतम आदि मौजूद रहे।

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