रिपोर्ट अंसार हुसैन
झांसी दिनांक 1 दिसंबर 22 को प्रातः काल गली-गली में नुक्कड़ सभाओं का आयोजन करते हुए नगर पंचायत तोड़ी फतेहपुर के मोहल्ला नजर गंज में कई नगर वासियों की समस्याओं को सुना जिसमें से एक प्रमुख समस्या है कि सुमेर अहिरवार जो कि वर्तमान में जीवित हैं उनको कागजों में मृत घोषित कर दिया है जिस कारण से उनको किसी भी प्रकार की शासन प्रशासन के द्वारा जो मदद मिलती है वह नहीं मिल रही है ना ही वृद्धा पेंशन मिल रही है ।
डेढ़ साल से, जिस कारण से सुमेर अहिरवार कभी जनसुनवाई के लिए थाना दिवस, नगर पंचायत के ई.ओ साहब कभी एसडीएम साहब टहरौली के पास अपनी समस्या को लेकर चले जाते हैं किंतु अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं निकला है उन्हें आज भी कागजों पर मृत घोषित कर रखा है जबकि वह जिंदा है जबकि उनके पास कोविड-19 का कार्ड भी है जो कि आधार कार्ड के आधार पर लगता है समस्त सबूत होने के बावजूद भी उनको शासन के द्वारा कोई मदद मिल रही है*।
*नगर वासियों की यह भी बताया है कि जो भी प्रधानमंत्री आवास नगर वासियों को मिल रहे हैं उनकी जो फोटोग्राफी हो रही है उसके लिए नगर वासियों से 1000 से लेकर ₹2000 फोटोग्राफर के द्वारा वसूले जा रहे हैं अगर नगरवासी नहीं देते हैं तो कहते हैं कि आपकी किस्त नहीं आएगी जिस कारण से मजबूरी में नगरवासी 1000 का भुगतान प्रत्येक फोटोग्राफी पर कर रहे हैं तो इस तरीके से नगर वासियों को भ्रष्ट कर्मचारी गण लूट रहे हैं*।
एक और समस्या नगर वासियों के यहां पर बिजली के कनेक्शन ,बिजली विभाग द्वारा लगाए गए थे किंतु जब से वह कनेक्शन लगे बहुत से नगर वासियों का प्रति माह बिल नहीं दिया है और आज बिजली विभाग के कर्मचारियों ने 50000 से लेकर डेढ़ डेढ़ लाख रुपए तक के बिजली के बिल नागरिकों को के घर पहुंचा दिए हैं आज शासन प्रशासन के द्वारा कोटे से राशन दिया जा रहा है जबसे कोविड आया उस दिन से लेकर आज तक ना नगर वासियों के पास रोजगार है ना ही धन की पर्याप्त व्यवस्था है जिससे कि वह इतने बड़े हुए बिलों का भुगतान कर सकें यह सिर्फ और सिर्फ बिजली विभाग के कर्मचारियों के द्वारा लीपापोती भ्रष्टाचार के नतीजों के कारण हो रहा है।
ग्रामीणों की सम्मान निधि भी भ्रष्टाचार के भेट चढ़ गई है अगर कर्मचारियों को पैसा नहीं देते हैं तो उनकी सम्मान निधि नहीं आती है।
ओलावृष्टि से किसानों की फसल बर्बाद हो गई उसका भी अभी तक भुगतान नहीं मिल रहा है अगर दलालों को पैसा नहीं दिया तो किसानों की फसलों का मुहाबजा नहीं मिलता है।
टोडी फतेहपुर में अन्ना जानवरों की भी बहुत बड़ी समस्या है खेतों में किसान परेशान हो रहा है क्योंकि अन्ना जानवर उनके खेतों में जाकर हुई फसल को बर्बाद कर रहे हैं तोड़ी फतेहपुर में गौशाला है टोड़ी फतेहपुर में बहुत बड़ी गौशाला है किंतु उसमें प्रशासन के द्वारा कोई भी विशेष व्यवस्था नहीं है इससे कि अन्ना जानवरोंगौशाला में को बंद किया जा सके।
उपस्थित हुए सभीनगर वासियों ने एक ही स्वर में नारे लगाए की टोड़ी फतेहपुर ब्लॉक नहीं तो वोट नहीं। यहां पर ब्लॉक ना होने के कारण यह सारी समस्याएं उत्पन्न हो रही है अगर ब्लॉक बन जाएगा तो निश्चित रूप से नगर वासियों की समस्याओं का समाधान हो जाएगा