पांच कुंडिय गायत्री महायज्ञ का हुआ समापन, मुख्य यजमान रहे डा. संदीप सरावगी

अंसार हुसैन की रिपोर्ट

मुख्य यजमान डा. संदीप सरावगी जीवनसंगनी सपना गुप्ता संग पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ में डाली पूर्ण आहुति

झांसी,1 दिसंबर से 4 दिसंबर तक चल रहे पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन संस्कार विवाह घर के सामने शक्ति नगर सीपरी बाजार में पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ हुआ समापन मुख्य यजमान रहे डॉ संदीप सरावगी व धर्मपत्नी सपना गुप्ता। पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ के प्रथम दिवस के कार्यक्रम में दोपहर 2 बजे से भव्य कलश यात्रा निकाली गई कलश यात्रा में शामिल हुए सैकड़ों लोग।

2 दिसंबर प्रातः 9 बजे से देव पूजन एवं गायत्री महायज्ञ का शुभारम्भ हुआ, जिसमे संगीतमय भजन एवं प्रवचन सांय 4 बजे तक हुआ। अंतिम दिन में पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ में मुख्य यजमान बनकर शामिल हुए संघर्ष सेवा समिति संस्थापक/अध्यक्ष वरिष्ठ समाज सेवी डा. संदीप सरावगी व धर्मपत्नी सपना गुप्ता। यज्ञ में सुबह के समय यज्ञ के तहत यजमानों के कुल 5 कुंड बनाए गए हैं।

इस मौके पर एक समय में कुल 25 यजमानो ने आहुतियां दी। यज्ञ में मौजूद डा. संदीप सरावगी ने पूर्ण आहुति देकर ईश्वर से विश्व कल्याण एंव मानव कल्याण के लिए प्रार्थना की अंत में गायत्री परिवार के गुरुओं द्वारा डा. संदीप सरावगी व धर्मपत्नी सपना गुप्ता को संकल्प दिलाया व यशस्वी होने का आशीर्वाद दिया। गायत्री मां की कथा का गुणगान करते हुए कहा कि हिंदू धर्म का इतिहास रहा है कि चाहे ऋषि मुनि हो या स्वयं नारायण अवतार हो। सभी ने संस्कारों के माध्यम से ही मानव जाति को सही रास्ते पर लाने का कार्य किया है। वर्तमान समय में अक्सर देखने को मिलता है कि मनुष्य अपने स्वार्थ के कारण संस्कारहीन हो चला है।

अब वह भूलने लगा है कि ऋषि-मुनियों ने कठिन तप करने के बाद भगवान के शरण ली थी। हमें भी अच्छे कर्म करके बुरे रास्तों को नहीं अपनाना चाहिए। शर्मा ने कहा कि यदि हम संस्कारवान बनेंगे तो अपने जीवन में हर पल हर समय सफलता हासिल कर पाएंगे। यह हवन सुबह आठ बजे शुरू होकर दोपहर 1 बजे समाप्त हुआ। इस दौरान कथा में मुख्य यजमान डा. संदीप सरावगी सहित अन्य यजमान पुरुष, महिलाएं व बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहीं हैं। इस अवसर संघर्ष सेवा समिति से जिलाध्यक्ष अजय राय, राजू सेन, सुशांत गेंडा, बसंत गुप्ता, राकेश अहिरवार, संदीप नामदेव सम्मिलित रहे। पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ के निवेदक अरविंद कुमार श्रीवास पत्नी सरिता व निशांत वर्मा पत्नी कीर्ति रहे

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