दिव्यांग पुत्र व बुजुर्ग मां के सहारा बने डा. संदीप सरावगी

रिपोर्ट अंसार हुसैन

डा. संदीप सरावगी ने असहाय परिवार को उपलब्ध कराया कई दिनों का राशन, पेश की मानवता की मिशाल-

झांसी,बुंदेलखंड के गौरव, हजारों मां, बेटियों व असहाय परिवारों के लिए मसीहा बने संघर्ष सेवा समिति संस्थापक/अध्यक्ष वरिष्ठ समाज सेवी डा. संदीप सरावगी फिर बने दिव्यांग पुत्र बुजुर्ग मां के सहारा, निभाया बेटे से बड़कर मानवता का धर्म।


कार्यालय संघर्ष सेवा समिति में आए दतिया गेट बाहर दिव्यांग नेत्रहीन पुत्र महेंद्र व उनकी बुजुर्ग मां विमला देवी ने अपनी समस्या से डा. संदीप सरावगी को अवगत कराया। डा. संदीप सरावगी ने तत्काल कई दिनों का राशन बुजुर्ग मां व उनके दिव्यांग पुत्र को उपलब्ध कराया। व नेत्रहीन पुत्र की आंखों के ऑपरेशन कराने का जिम्मा लिया अपने कंधों पर। राशन पाकर भावुक हुए बुजुर्ग मां व दिव्यांग पुत्र, बुजुर्ग मां ने दिया आर्शीवाद। इस अवसर पर संघर्ष सेवा समिति की ओर से जिलाध्यक्ष अजय राय, महेंद्र रजक, बसंत गुप्ता, सुशांत गेंडा, संदीप नामदेव सहित समस्त सदस्य मौजूद रहे।

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