(कांग्रेस ने ७० वर्षों में ७० तो भाजपा ने ८ वर्षों में ७२ एअरपोर्ट बनवाएं)
गोवा के सबसे लाडले के नाम पर एयरपोर्ट गोवा तथा देश के विकास में सहायक होगा – पीएम मोदी
स्व मनोहर पर्रिकर जी का सपना पूरा हुआ – प्रमोद सावंत

जितेन्द्र प्रजापति की रिपोर्ट

मोपा-गोवा (करण समर्थ : आयएनएन भारत मुंबई) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तरी गोवा के पेडणे तालुका के मोपा गांधी में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का उद्घाटन किया। उन्होंने गोवा के लाड़ले स्वर्गीय मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के नाम पर हवाई अड्डे का नामकरण किया। मनोहर पर्रिकर का मार्च २०१९ में कॅन्सर से निधन हो गया था, इस एअरपोर्ट के निर्माण का सपना पर्रिकर ने ही देखा था ।


इस एअरपोर्ट की आधारशिला नवंबर २०१६ में पीएम मोदी के द्वारा रखी गई थी। गोवा में यह दूसरा हवाई अड्डा होगा, जब गोवा का पहला वास्को के दाबोलिम में स्थित है। इस उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी के साथ गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्रीपाद नाईक, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तथा सासंद विनय तेंडुलकर मंच पर उपस्थित थे। तो भारी तादाद में गोवा की जनता तथा भाजपा कार्यकर्ताओं में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।
उत्तरी गोवा के मोपा में यह हवाई अड्डा २,८७० करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है।

दाबोलिम में मौजूदा हवाई अड्डे के अलावा राज्य में यह दूसरा हवाई अड्डा होगा, जो महाराष्ट्र कि सीमा से सटा हुआ है।


इस नए एयरपोर्ट के उद्धाटन के समय पीएम मोदी ने कहा कि, मुझे इस बात की खुशी है कि इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम मेरे प्रिय सहयोगी और गोवा के लाडले, स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के नाम पर रखा गया है। इस कारण इस इंटरनॅशनल एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले हर व्यक्ति को मनोहर पर्रिकर जी का नाम याद रहेगा।


अपने उद्घाटन भाषण मे पीएम मोदी ने कहा, मोपा में यह अत्याधुनिक हवाईअड्डे से गोवा में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ कनेक्टिविटी में काफी सुधार होगा। यह मनोहर पर्रिकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा आज देश में बुनियादी ढांचे के प्रति बदली हुई सरकार की सोच और दृष्टिकोण का प्रमाण है। हमने देश के सबसे छोटे शहरों में हवाई यात्रा सुविधा के लिए पहल की है।


मोपा में एयरपोर्ट के उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी ने कहा कि, २०१४ से पहले सरकारों का जो रवैया था, उस वजह से हवाई यात्रा, एक लग्जरी के रूप में स्थापित हो गई थी। ज्यादातर इसका लाभ समृद्ध-संपन्न लोग ही उठा पाते थे। पहले की सरकारों ने हवाई उड़ानों को केवल अमीरों के लिए सीमित किया था।‌ पहले की सरकारों ने यह सोचा ही नहीं कि, सामान्य जन भी, मध्यम वर्ग भी उतना ही एयर ट्रैवल करना चाहता है।
पीएम मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि, आजादी से लेकर २०१४ तक देश में छोटे-बड़े एयरपोर्ट मात्र ७० के आसपास बनाएं गए। इसमें भी अधिक तर केवल बड़े शहरों में ही हवाई यात्रा की व्यवस्था थी। लेकिन हमने हवाई यात्रा को आम जनता के लिए तथा देश के छोटे-छोटे शहरों तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया। हमने दो स्तर पर काम किया; पहला, हमने देशभर में एयरपोर्ट नेटवर्क का विस्तार किया और दूसरा, उड़ान योजना के जरिए, सामान्य जनता को भी हवाई जहाज में उड़ने का अवसर दिया। इन प्रयासों का अभूतपूर्व परिणाम आया और पिछले ८ सालों में देश में ७२ नए एयरपोर्ट्स का निर्माण किया गया हैं, यह भाजपा की डबल इंजिन वाली सरकार की वजह से हो रहा है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सरकार की नीतियों को प्रस्तुत करते हुए कहा कि, आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एविएशन मार्केट बन गया है। पिछले ८ सालों में भारत ने पर्यटकों के लिए ‘यात्रा सुगमता’ को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया है। हमने आगमन पर वीजा की सुविधा बढ़ाई है और वीजा प्रक्रिया को सरल बनाया है।


मौके पर सिंधिया ने साधा विपक्ष पर निशाना
मोपा एअरपोर्ट के उद्घाटन से पहले केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि, गोवा में पहली बार एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का उद्घाटन हो रहा है। यहां नया इतिहास रचा जा रहा है कि एक शहर में दो हवाई अड्डे हो गए। पूर्व सरकारों में औसतन एक साल में एक भी हवाई अड्डे का निर्माण नहीं होता था लेकिन आज भाजपा सरकार ने ८ वर्षों में ७२ हवाई अड्डों का निर्माण किया है।


गोवा के मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत ने स्व मनोहर पर्रिकर को याद कहते हुए यह एअरपोर्ट स्व मनोहर पर्रिकर जी का सपना था जो आज पूरा हुआ है। मुझे विश्वास है कि आज इस वक्त स्वर्ग से इस लोकार्पण समारोह को देखकर हमें आर्शीवाद देते होंगे। हम इस एअरपोर्ट के निर्माण के लिए अपनी लाखों मीटर जमीन देनेवाले गोमंतकीयों का जन्मभर आभारी रहेंगे। इस एअरपोर्ट के माध्यम से गोवा के विकास का नया अध्याय शुरू हुआ है। यह तो गोवा का भाग्य है कि विश्व के सबसे आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी हमारे साथ उपस्थित हैं और उनके व्दारा हमारे स्वप्नपूर्ती करनेवाले इस एअरपोर्ट का लोकार्पण संपन्न हो रहा है। इस नए एयरपोर्ट के साथ हमारा पहलेवाला दाबोलिम का एअरपोर्ट भी सेवाएं भी जारी रहेगी।
इस नए मोपा हवाईअड्डे के जरिए यात्रियों को मिलेंगी कई सुविधाएं जैसे कि मोपा एयरपोर्ट के जरिए हर साल लगभग ४० लाख यात्रियों को सेवा प्रदान करने की उम्मीद है। बाद में हर वर्ष इसकी सेवाएं ३३ मिलियिन और इससे अधिक यात्रियों तक विस्तारित किया जा सकता है। लगभग २,८७० करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया यह एयपोर्ट कार्गो सेवाओं की भी आपूर्ति करेगा। मोपा एयरपोर्ट के जरिए परिचालन बढ़कर ३५ घरेलू और १८ अंतरराष्ट्रीय जगहों तक पहुंच जाएगा।
पहले चरण में हवाईअड्डे पर सालाना ४४ लाख यात्रियों को सुविधाएं देने की क्षमता होगी और पूरी परियोजना पूरी होने के बाद यह सुविधाएं एक साल में एक करोड़ यात्रियों तक पहुंच जाएंगी।
दाबोलिम हवाई अड्डे की क्षमता एक वर्ष में ८५ लाख यात्रियों को सुविधाएं देने की है, लेकिन इसमें कार्गो परिवहन की सुविधा नहीं है।‌यह सुविधा नए हवाई अड्डे पर होगी।
मोपा में नया हवाई अड्डा स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा और पर्यटन के लिए यह एक बड़ा प्रोत्साहन होगा। उत्तरी गोवा पहले से ही एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
तो इस एअरपोर्ट के निर्माणकर्ता जीएमआर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड की ओर से जानकारी दी गई है, पीएम मोदी गोवा में मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का रविवार को उद्घाटन करने जा रहे हैं। मोपा गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक की सीमा पर स्थित है। जनवरी में यहां पर दो सौ से अधिक नॉन स्टॉप उड़ानें शुरू हो जाएंगी। २,१३२ एकड़ जमीन पर फैलै हुए इस एअरपोर्ट का रन-वे ३.५किमी लंबा और ६० मीटर चौड़ा है। जो वर्तमान में विश्व के सबसे बड़े से बड़े एअरक्राफ्ट को सेवा देने में सक्षम है।‌‌इसके २ अतीजलद निकास और ६ टॅक्सी-वे तथा १४ अलग-अलग पार्किंग प्लेसेस उपलब्ध है। यहां एकसाथ १८ चेक-इन कांउटर के साथ ४ लगेज सुविधाएं हैं। इस अंतरराष्ट्रीय मानदंडों पर खरी उतरती नए एयरपोर्ट की मौजूदा सुविधा राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी। एविएशन स्किल डेवलपमेंट सेंटर और एक पुलिस स्टेशन के निर्माण में थ्रीडी मोनोलिथिक प्रीकास्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। एअरपोर्ट इलाकों की ओर सोलर एनर्जी निर्माण सिस्टम के साथ ग्रीन हाउस गैसों को संतुलित करने हेतु आवश्यक सुविधाएं कराई गई है। वैसे ही तकरीबन ५ लाख पेड़ों को लगाकर और १६५ एकड़ भूमि पर बसे पेड़ों की निगरानी रखना हमारी जिम्मेदारी है। एअरपोर्ट व्दारा हररोज २ टन बायोलॉजिकल तथा ३ नॉन बायोलॉजिकल कचरे का विघटन करनी कि प्रणाली का विकास किया गया है। वर्तमान में मुंबई, दिल्ली तथा हैदराबाद हवाईअड्डे का रखरखाव जीएमआर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड की ओर से किया जा रहा है।

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